कहते हैं कि लालच बुरी बला है ! कैसे ? जानने के लिए पढ़िए यह लघुकथा...। कहते हैं कि लालच बुरी बला है ! कैसे ? जानने के लिए पढ़िए यह लघुकथा...।
क्या किसी ने सोचा भी होगा कि कोई अपनी ही बहू का कन्यादान भी कर सकता हैं, ‘’एक अनोखा कन्यादान’’ ! क्या किसी ने सोचा भी होगा कि कोई अपनी ही बहू का कन्यादान भी कर सकता हैं, ‘’एक ...
"दीदी, मैं आपको सुना नहीं रही हूँ। सिर्फ अपनी भावनाएं बता रही हूँ। "दीदी, मैं आपको सुना नहीं रही हूँ। सिर्फ अपनी भावनाएं बता रही हूँ।
उनकी बात का बुरा मत मानना दीदी। ",काव्या ने सरिता को कहा। उनकी बात का बुरा मत मानना दीदी। ",काव्या ने सरिता को कहा।
डिप्टी कलेक्टर से शादी ऐसे ही थोड़े न हो जाती है। डिप्टी कलेक्टर से शादी ऐसे ही थोड़े न हो जाती है।
शिक्षा और संस्कारों के गहने पहनाकर विदा किया है ;हमारे समधी जी ने। शिक्षा और संस्कारों के गहने पहनाकर विदा किया है ;हमारे समधी जी ने।